नागपुर में महाअनुभव पंथ के सम्मेलन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिंन गडकरी ने कहा कि राजनीति, सामाजीकरण, विकास ये अलग है,धर्म और समाज को राजनीति से अलग रखना चाहिए,क्योंकि जहाँ राजनीति व्यक्ति घुस जाता है वहाँ वो अंगार लगा देता और फिर महंत की गद्दी के लिए झगड़े होते है ,फिर हम स्टे देकर कमीशन अपॉइंट करते है,फिर महंत हमारे पास चक्कर लगाते है।इसलिए धर्म ये सत्ता से दूर रखना चाहिए, राजा नही धर्म श्रेष्ठ है,
हिंदी अनुवाद -
मैने अभी महाराज को बताया कि सरकार से दूर रहना,और ये सरकार से ही मांग करते है,आपको जितने काम करवाना है वो करवा लीजिए है हमारे जैसे,कोई भी सरकार हो उसके मंत्री के गले मे हार डाल कर काम करवा लीजिए,पर अपने पंत और संप्रदाय में इन्हें घुसने मत दीजिए,इनसे दूर रहिए।राजनीति, सामाजीकरण औऱ विकास ये अलग है,आपका धर्म कार्य है, धर्मकार्य और सामाजीकरण से राजनीति को दूर रखना चाहिए,और ऐसा है कि राजनीति लग गई कही तो वहाँ हम अंगार लगाए सिवा नही रुकते,झगड़े की बीज डाल देते फिर महंत लड़ते तू या मैं, महंत की गद्दी की लड़ाई फिर हम स्टे देते, कमीशन अपॉइंट करते है,उसके बाद दोनों महंत हमारे पास चक्कर मरते है,इसलिए इनके रास्ते मे भी मत जाइए धर्म ये सत्ता से दूर होना चाहिये, राजा नही धर्म श्रेष्ठ है,विक्रमादित्य को भी सिंहासन पर बैठने से पहले धर्म गुरु ने उसके पीठ पर चाबुक मारा था,राजा नही धर्म श्रेष्ठ है,
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