नालासोपारा बसंत नगरी में उत्तरभारतीय विकास संस्था के द्वारा श्री राम कथा का अमृत सत्संग जगत गुरु रामभद्राचार्य जी के मुखारवृन्द से महाराष्ट्र की धरती अमृत रूपी वर्षा से तृप्त हो रही है। लाखो की संख्या में लोग चित्र कूट से आये श्री रामभद्राचार्य जी का सत्संग नालासोपारा मुम्बई की धरती पर सुनने के लिए रहे है।
भारत के जगत गुरु का दर्शन करने के लिए लोग दूर दराजो से पहुंच रहे है।
23दिसंबर सीत ऋतु के समय 31दिसंबर 2022तक सत्संग कथा का आयोजन4बजे सैम से 8बझे रात तक हो रही है। आज 25 दिसंबर क्रिसमस के दिन भगवान राम का जन्म की अद्भुत श्रवनामृत कथा सुनकर लाखो लोग आनंदित हो रहे है।
कहा जाता है कि भारत की धरती पर अगर कहा जाए तो गोश्वामी तुलसीदास के बाद अगर कोई भागवांन राम व हनुमान जी का दर्शन प्राप्त किया है तो वह जगत गुरु श्री राम भद्राचार्य जी है। आपको बता दे कि 400 वर्ष पुराना राममंदिर व रामलाला जन्म अयोध्या का विवाद में सरोच्च और उच्च न्यायालय में 400 से ज्यादा साक्ष्य विभिन्न शास्त्रों का लिखित में भद्राचार्य जी बिना देखे सुर होने के वावजूद अपनी दिव्य ज्ञान चछु से न्यायालय को दिया था ।जिसपर सरोच्च न्यायालय ने प्रमाण मानते हुवे नवंबर 2019 में अयोध्या में राम लला की जन्म भूमि और मंदिर को माना है। जिसकी चर्चा सत्संग में महाराज जी ने अपनी कथा में कही है। जो सही है। भगवान के विभन्न रूपो कार्यो की अद्भुत कथा गा कर संगीत मय गुरुजी ने राम भक्तो को सुनाई कि "बिन पग चले'''''':::::::: सुने बिन काना,,,,,,,,,,,,,कार्य करे विध नाना।। ऐसी के बाद बागवान राम का जन्म पंडाल में लाखों भक्तो ने मनाया।
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Jai shri raam
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